संयुक्त परिवार किसे कहते हैं? | Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain

Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain: अपने संयुक्त परिवार शब्द काफी बार सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है कि संयुक्त परिवार किसे कहते हैं | आज भी भारत में बहुत सारे ऐसे व्यक्ति हैं जिनको यह तक नहीं पता है कि संयुक्त परिवार किसे कहते हैं|

यदि आपको भी यह नही पता है कि संयुक्त परिवार किसे कहते हैं तो आपको यह लेख जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इस लेख में हमने संयुक्त परिवार से जुड़ी हुई बहुत सारी जानकारी विस्तार से साझा की है|

आपको इस लेख कीजिए यह भी पता चल जाएगा की संयुक्त परिवार का अर्थ क्या है संयुक्त परिवार के लाभ और हानि क्या है | संयुक्त परिवार की विशेषताएं क्या होती हैं ऐसे सवालों के जवाब पाने के लिए आपको यह लिख पढ़ना होगा|

संयुक्त परिवार किसे कहते हैं | Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain

Table of Contents

संयुक्त परिवार वह परिवार होता है जिसमें सारा परिवार एक साथ मिलकर एक घर में निवास करते हैं | यह परिवार पूरी तरह खुशहाल रहता है इस परिवार में किसी भी तरह का कोई भी मतभेद नहीं होता है उसे संयुक्त परिवार कहा जाता है|

संयुक्त परिवार के घरवाले मिलकर पूरे घर को चलते हैं इस परिवार में किसी भी प्रकार का कोई भी मतभेद नहीं होता है वह अपनी जिंदगी खुशहाल तरीके से गुजरते हैं | संयुक्त परिवार में एक बज उग मुखिया होता है जो पूरे परिवार के निर्णय लेता है|

Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain
Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain

भारत देश में संयुक्त परिवार की प्रणाली प्राचीन काल से ही चली आ रही है | यदि प्रेजेंट में इसे देखा जाए तो बहुत ही कम भारत देश में आपको संयुक्त परिवार देखने को मिलेंगे | आपसी मतभेद के कारण परिवार छोटी-छोटी बातों पर टूट कर अलग रहने लगते हैं|

संयुक्त परिवार की परिभाषा क्या है?

इराबती कर्वे के अनुसार – एक ऐसा परिवार जहां पर सभी व्यक्ति एक समूह में रहते हैं | एक ही घर में खाना कहते हैं साथ ही एक साथ ही बैठकर अपने परिवार के निर्णय लेते हैं|

यह एक साथ ही पूजा में भाग लेते हैं और साथ ही किसी न किसी प्रकार से यह परिवार एक दूसरे से रक्त संबंधी होता है|

आई. पी. देसाई के अनुसार – हर उस घर को संयुक्त परिवार कहा जा सकता है जिसमें एकांकी परिवार से अधिक पीडिया के सदस्य रहते हो।

एक ऐसा परिवार जो एक दूसरे के साथ संपत्ति को साझा करता हो और साथ ही परिवार की परंपराओं को पूरी तरह निभाते हो।

संयुक्त परिवार की विशेषताएं क्या है?

संयुक्त परिवार की विशेषताएं या लक्षण निम्नलिखित है –

दो या दो से अधिक प्राथमिक परिवारों का संग्रह

संयुक्त परिवार में साधारण माता-पिता भाई-बहन चाचा चाचा तथा चाचा चाची के बच्चे, इत्यादि एक साथ रहते हैं जिस परिवार में तीन पीढ़ी एक साथ रहती हो उसे संयुक्त परिवार कहा जाता है।

सामान्य निवास

संयुक्त परिवार के हर सदस्य एक साथ ही सामान्य निवास करता है | संयुक्त परिवार की केवल एक ही छत होती है जिसके नीचे यह रहना पसंद करते हैं |

जब परिवार की संख्या अधिक होती है उसे समय यह परिवार के लोग अलग निवास के लिए जाते हैं|

संयुक्त संपत्ति

संयुक्त परिवार अपनी पूरी संपत्ति को एक समान रखता है | संयुक्त परिवार में एक ऐसा बुजुर्ग होता है जो संयुक्त परिवार की संपत्ति का खास ख्याल रखता है |

पूरा परिवार मिल जुलकर जो भी संपत्ति कमाता है उसे संपत्ति को अपने परिवार की वृद्धि के लिए खर्च किया जाता है|

संयुक्त भोजन

संयुक्त परिवार के सभी सदस्य एक ही छत के नीचे एक साथ ही भोजन करना पसंद करते हैं | इस परिवार का खाना भी एक ही चूल्हे पर परिवार की सभी महिलाएं एक साथ मिलकर बनना पसंद करती हैं|

धार्मिक व अन्य सांस्कृतिक सामाजिक कार्यों का संयुक्त सम्पादन

संयुक्त परिवार एक साथ ही अपने धार्मिक त्योहारों को बनाते हैं साथ ही मिली जलकर अपने त्यौहार की सभी तैयारियां को एक साथ मिलकर करते हैं |

लेकिन सभी धार्मिक तथा सामाजिक कार्यों को संयुक्त परिवार का मुखिया ही निर्देश व सुझाव देता है तब जाकर इस परिवार में त्योहारों का आयोजन किया जाता है|

मुखिया का नियंत्रण

संयुक्त परिवार की हर चीज पर मुखिया का नियंत्रण होता है | जब कभी परिवार में कोई निर्णय लिया जाता है तो सबसे पहले मुखिया से पूछा जाता है तब जाकर यह निर्णय लिया जाता है |

पूरे परिवार के नियम और परंपराओं का चालान मुखिया ही देखा है परिवार में क्या होना है क्या नहीं होना यह मुखिया ही निर्णय लेता है|

Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain
Sanyukt Parivar Kise Kehte Hain

सामान्य भरण पोषण

संयुक्त परिवार के सभी सदस्य एक साथ ही खाना पीना और रहन-सहन एक साथ ही करते हैं | यह अपने परिवार में सबसे ज्यादा महत्व मुखिया को देते हैं | इस परिवार में वैयक्तिक रूचियों और प्रवृत्तियों को पूरी तरह ध्यान में रखा जाता है | ताकि परिवार के सामान्य हितों को अन्यथा प्रभावित नहीं कर सके | हर परिवार का एक संगठन में रहना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन जब एक परिवार में एक मुखिया होता है वह पूरे परिवार को आसानी के साथ चला लेता है|

पारस्परिक अधिकार एवं कर्तव्य

संयुक्त परिवार का हर सदस्य पारंपरिक अधिकार एवं कर्तव्य से अब व्रत होता है | परिवार के किसी सदस्य को बीमारी, वृद्धावस्था, दुर्घटना इत्यादि हो जाती है तो परिवार मिलकर उसकी सेवा करता है साथ ही यदि परिवार में किसी बच्चे का जन्म, विवाह, मृत्यु या शिक्षा इत्यादि की आवश्यकता होती है तो यह परिवार उसकी आर्थिक सहायता करने के लिए तैयार रहता है|

सहयोगी व्यवस्था

संयुक्त परिवार प्राचीन काल से ही पारस्परिक सहयोग की व्यवस्था पर टिका रहता है | इस परिवार में सबके लिए एक ही सिद्धांत होता है किसी अन्य व्यक्ति के साथ इस परिवार में भेदभाव नहीं किया जाता|

बीमा इकाई

संयुक्त परिवार बीमा एक इकाई के रूप में महत्वपूर्ण कार्य करता है ताकि परिवार के अन्य सदस्यों की देखभाल की जा सके जब कभी किसी परिवार के सदस्य को किसी सामग्री की आवश्यकता होती है तो पूरा परिवार में ले चलकर सहायता करने के लिए तैयार रहता है|

बड़ा आकार

ऐसा नहीं है कि संयुक्त परिवार में बहुत लोग रहते हो | क्योंकि बहुत सारे ऐसे परिवार होते हैं जो बहुत ही कम सदस्यों के होते हैं | जिस परिवार में दो या दो से अधिक लोग लंबे समय से एक साथ रह रहे हो उसे बड़ा आकार परिवार भी कहा जा सकता है | हालांकि कुछ ऐसे भी परिवार होते हैं जिसमें सदस्यों की संख्या कभी-कभी 50 या 60 भी हो सकती है|

स्थायित्व

अन्य परिवारों की तुलना में यदि देखा जाए तो संयुक्त परिवार अधिक स्थाई और मजबूत होता है | जब कभी परिवार के किसी व्यक्ति की मृत्यु या अलग हो जाता है तो परिवार फिर भी मजबूती के साथ बना रहता है | क्योंकि इस परिवार में सदस्यों की संख्या अत्यधिक होती है इसलिए यह परिवार मजबूती के साथ खड़ा रहता है|

संयुक्त परिवार का आधार क्या है?

संयुक्त परिवार में एक सदस्य दूसरे सदस्य की हर संभव मदद करने के लिए पूरी तरह हर समय तैयार रहता है | इस परिवार का हर सदस्य मिलकर एक संगठन की तरह मिलकर कार्य करता है | परिवार में किसी यदि व्यक्ति पर परेशानी का पहाड़ टूट जाता है तो सब उसे व्यक्ति की मदद करने के लिए आगे आ जाते हैं|

एकता एवं एक दूसरे को अपना समझना ही संयुक्त परिवार का आधार होता है।

संयुक्त परिवार के प्रकार क्या है?

संयुक्त परिवार निम्नलिखित है|

लेकिन साथ में रहने वाले रिश्तेदारों के आधार पर संयुक्त परिवार छह प्रकार का माना जाता है जैसे कि आप नीचे की ओर देख सकते हैं|

  • संपार्श्विक संयुक्त परिवार
  • पूरक संपार्श्विक संयुक्त परिवार
  • रेखीय संयुक्त परिवार
  • अनुपूरक रेखीय संयुक्त परिवार
  • रैखिक संपार्श्विक संयुक्त परिवार
  • रक रैखिक-संपार्श्विक संयुक्त परिवार

वंशानुक्रम के आधार पर संयुक्त परिवार केवल दो प्रकार का माना जाता है|

  • मिताक्षरा संयुक्त परिवार
  • डक्स ए भाग संयुक्त परिवार

संयुक्त परिवार की विशेषताएं क्या है?

संयुक्त परिवार की विशेषताएं निम्नलिखित होती है जिसमें कुछ इस प्रकार हैं|

  • संयुक्त परिवार एक छत के नीचे रहना पसंद करता है|
  • संयुक्त परिवार के किसी सदस्य को कोई परेशानी होती है तो एक साथ उसे परेशानी का हल निकालते हैं|
  • संयुक्त परिवार का डिसीजन केवल एक ही मुखिया लेता है|
  • संयुक्त परिवार के लोग एक साथ ही एक छत के नीचे ही रहना सोना पसंद करते हैं|
  • हर छोटे बड़े फैसले संयुक्त परिवार एक साथ में लेकर लेता है|
  • संयुक्त परिवार अपने छोटे तथा बड़े दुखों को हर किसी के साथ साझा करता है|

संयुक्त परिवार के लाभ और हानि क्या है?

यदि देखा जाए तो संयुक्त परिवार में भी बहुत सारे लाभ तथा हानि होते हैं | संयुक्त परिवार के क्या लाभ और क्या हानी होते हैं जिसे आप नीचे की ओर देख सकते हैं|

संयुक्त परिवार के निम्नलिखित लाभ

  • संयुक्त परिवार में लंबे समय से चली आ रही परंपराओं को ही निभाया जाता है|
  • संयुक्त परिवार में एक सदस्य दूसरे सदस्य से प्यार से व्यवहार करता है|
  • संयुक्त परिवार में कोई भी संकट किसी यदि व्यक्ति पर आ जाता है तो वह मिलकर उसे संकट को दूर करते हैं|
  • संयुक्त परिवार में एक सदस्य के हितों की रक्षा के वजह पूरे परिवार के हितों की रक्षा के लिए आगे रहता है|
  • संयुक्त परिवार में बच्चों का लालन पोषण बहुत ही अच्छे तरीके से होता है|
  • संयुक्त परिवार में त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाए जाते हैं|
  • संयुक्त परिवार में बुजुर्ग लोग अपने बच्चों को नई-नई कहानी सुना कर सुलाते हैं|
  • संयुक्त परिवार के लोगों का सम्मान बहुत ज्यादा होता है|

संयुक्त परिवार के निम्नलिखित हानि

  • संयुक्त परिवार के कारण जातिवाद को बहुत ज्यादा बढ़ावा मिलता है|
  • संयुक्त परिवार होने के कारण पुरानी परंपराओं का चलन बहुत ज्यादा देखा जाता है|
  • संयुक्त परिवार में जब कोई व्यक्ति कुछ अलग करना चाहता है उसे अलग कार्य नहीं करने दिया जाता है|
  • इस परिवार में पुरुषों की प्राथमिकता बहुत अधिक होती है इस परिवार में महिलाएं घर से बहुत ही कम बाहर निकलते हैं|

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संयुक्त परिवार का महत्व क्या है?

अपनी संस्कृति की रक्षा करना ही और परिवार के हर व्यक्ति के साथ मिलजुल कर रहना|

संयुक्त परिवार का अर्थ क्या होता है?

संयुक्त परिवार में एक से अधिक परिवार एक साथ रहते हैं इस परिवार में पूरी तरह सामान्यताएं होती हैं|

संयुक्त परिवार में कितने सदस्य होते हैं?

संयुक्त परिवार में अनगिनत सदस्य होते हैं क्योंकि यह बहुत बड़ा परिवार होता है|

संयुक्त परिवार की परिभाषा क्या है?

संयुक्त परिवार की परिभाषा यह है कि जब तीन या तीन से अधिक पीढ़ियों के लोग एक साथ एक छत के नीचे रहते हैं और एक साथ ही खाना खाते हैं उसे संयुक्त परिवार कहा जाता है।